आरती कीजे हनुमान लला की – Hanuman ji ki Aarti Mp3
Aarti Kije Hanuman Lala ki – अंजनी पुत्र बजरंगबली का जन्मोत्सव चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है.इस दिन बजरंगबली अपने भक्तों के पूजा-पाठ (Hanuman ji ki Aarti Lyrics) से प्रसन्न होकर उनपर कृपा करते हैं, उस दिन शाम की पूजा में हनुमान की आरती (Hanuman ji ki Aarti in Hindi)का विशेष महत्व होता है। शाम की पूजा में हनुमान जी को सिंदूर अर्पित नहीं किया जाता है। इसलिए हनुमान जी की आरती (Hanuman ji ki Aarti Pdf) संध्याकालीन पूजा के लिए अत्यंत लाभकारक माना गया है। माना जाता है कि इससे हनुमान जी अपने भक्तों पर प्रसन्न होकर उनकी मनोकामना आज जरुर पूर्ण करते है।
आरती कीजे हनुमान लला की – Aarti Kije Hanuman Lala ki Lyrics
आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपै। रोग-दोष जाके निकट न झांपै॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई। संतन के प्रभु सदा सहाई॥
दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारि सिया सुधि लाये॥
लंका सो कोट समुद्र सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई॥
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लंका जारि असुर सब मारे। सियाराम जी के काज संवारे॥
लक्ष्मण मूर्च्छित पड़े सकारे। लाय संजीवन प्राण उबारे॥
पैठि पताल तोरि जमकारे। अहिरावण की भुजा उखारे॥
बाईं भुजा असुर संहारे। दाईं भुजा संत जन तारे॥
सुर नर मुनि आरती उतारें। जय जय जय हनुमान उचारें॥
कंचन थार कपूर लौ छाई। आरति करत अंजना माई॥
जो हनुमान जी की आरती गावे। बसि बैकुण्ठ परमपद पावे॥
लंक विध्वंस किए रघुराई। तुलसिदास प्रभु कीरति गाई॥